Varanasi News: ज्ञानवापी मामले में सुनवाई कर रही वाराणसी की अदालत ने बड़ा फैसला किया है। अदालत ने कोर्ट कमिश्नर अजय मिश्र को उनके पद से हटा दिया है । उन पर स्पेशल एडवोकेट कमिश्नर विशाल सिंह की ओर से लिखित आरोप लगाया गया है कि वह अपने सहयोगी अधिवक्ता की मदद से कमीशन कार्रवाई की सूचनाएं लीक कर रहे हैं।

ज्ञानवापी मामले की सुनवाई वाराणसी के सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर की कोर्ट में हो रही है मंगलवार को सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार ने बड़ा फैसला करते हुए कोर्ट कमिश्नर अजय मिश्रा को उनके पद से हटा दिया। उन पर मीडिया को सूचना लीक करने का आरोप है । कोर्ट की ओर से ज्ञानवापी सर्वे में स्पेशल एडवोकेट कमिश्नर विशाल सिंह ने अदालत को लिखित तौर पर बताया कि कोर्ट कमिश्नर अजय मिश्र ने सर अभी कारवाई के दौरान प्राइवेट कैमरामैन रखा जो सूचनाएं और वीडियो लीक करता रहा है । अदालत ने मंगलवार को से फैसले में कहा कि कोर्ट कमिश्नर की जिम्मेदारी बेहद अहम है। उन्हें अपने दायित्व की गंभीरता को समझना चाहिए। सर्वे कार्रवाई की सूचनाएं लीक होने से अदालत की गंभीरता और सर्वे के उद्देश्य पर विपरीत असर पड़ता है।

अदालत से कोर्ट में कमीशन की रिपोर्ट दाखिल करने के लिए दो दिन का वक़्त दिया है। स्पेशल एडवोकेट कमिश्नर विशाल सिंह अगले 2 दिन में अपनी रिपोर्ट दाखिल करेंगे। माना जा रहा है कि 19 मई तक सर्वे की रिपोर्ट अदालत से पेश की जाएगी।
सर्वे कमिशन की ओर से अदालत को बताया गया कि 3 दिन की सर्वे कार्रवाई के दौरान 15 घंटे की वीडियोग्राफी हुई है और 1500 फोटो खींची गई है अभी इनको फाइल में संकलित करना बाकी है इनकी सबकी एक विशेष रिपोर्ट तैयार होगी इसलिए 2 दिन का वक़्त और चाहिए।