भैया अब आयेगा मजा । बीजेपी वाले अईसा दाँव चले हैं कि अखिलेश भइया भरी सर्दी में पसीना पसीना हुई रहे हैं । वैसे सही बताएं तो ये चीटिंग है । मल्लब इधर हमाये भइया नामांकन दाखिल किये उधर बीजेपी वाले बघेल साहब को मैदान में उतार दिए । अईसा कउन करता है भाई । कम से कम एक वार्निंग तो देनी ही चाहिए थी ।
अच्छा पहिले तो सब जन मिलके चैनल सब्सक्राइब कर लीजिए । हाँ तो भइया करहल में माहौल बहुत गरम है । वहाँ का टेम्परेचर थर्मामीटर फाड़े दे रहा है । अखिलेश भइया के खिलाफ बीजेपी ने सांसद औ मंत्री एस पी सिंह बघेल साहब को उतार दिया है । अजय देवगन साहेब एक पिच्चर में बताए थे कि हमें तो अपनों ने लूटा गैरों में कहाँ दम था…बस यही हालत अखिलेश भइया की है । अभी अपर्णा भौजी को घर छोड़े दिन ही कितने हुए थे । बीजेपी वाले फिर से घर के भेदी को ड्यूटी पे लगा दिए हैं ।
बघेल साहब भी कम नहीं । जिनसे पॉलिटिक्स का ए बी सी डी सीखे उन्ही के सुपुत्र को हराने में जुटे हैं । वैसे अखिलेश भइया दावे चाहे जित्ते ठोंक रहे हों लेकिन मामला गम्भीर है । बघेल साहब को हल्के में लेने की गलती गलती से भी न करियेगा । एक तो कानून की डिग्री लिए हैं, ऊपर से साइंस में मास्टर हैं औ इतनै नहीं अभी औ सुनिए डॉक्टरेट भी हैं । मल्लब मास्टर भी औ डॉक्टर भी । अब ऐसे पढ़े लिखे लोगों से लड़ने भिड़ने की हिम्मत भला कउन जुटा पाता है । हाँ ऑस्ट्रेलिया से पढ़ लिख के आये हों तो बात अलग हैं ।
मंत्री जी पॉलिटिक्स में आने से पहिले पुलिस में सब इंस्पेक्टर हुआ करते थे । लेकिन कुछ मजा नहीं आया तो सब छोड़ छाड़ के पॉलिटिक्स में कूद पड़े । फिर सपा से लेके बसपा से होते हुए भाजपा तक का सफर तय किये । वैसे तो ये पहिले भी नेताजी के परिवार के खिलाफ चुनाव लड़े हैं । अब ये अउर बात है कि हर बार मुँह की खाये हैं । हार गए तो का हुआ । बड़े बुजुर्ग बता गये हैं कि गिरते हैं शाहे सवार ही मैदाने जंग में ।
इधर हमाये अखिलेश भैया एकदम निश्चिन्त हैं । बोले हैं कि जीतेंगे वही । उधर बघेल साहब पुष्पा स्टाइल में बोल दिए हैं कि अपुन झुकेगा नहीं । उनकी माने तो उन्होंने अखिलेश के खिलाफ नहीं बल्कि अखिलेश ने उनके खिलाफ नामांकन किया है ।
खैर अब ये तो 10 मार्च को ही पता चलेगा कि करहल का किंग कौन । बाकी आपको आज की झक्क पसन्द आयी हो तो फौरन वीडियो को like और share कर दें और चैनल सब्सक्राइब कर लें । आप सुन रहे थे मिस्टर झक्कीलाल जो बातों बातों में कर देते हैं लाल । इनकी बातों का अंदाज है निराला सुनते रहिये हाथों में लेके चाय का प्याला । चलते हैं…