2 साल से कोरोना की वजह से नहीं जा रहे थे गोरखपुर
इस बार होलिकादहन व भगवान नृसिंह शोभायात्रा में होंगे शामिल
शानदार जीत की खुशी में इस बार और चटक होगा होली का रंग
आसमान से बरसेगा रंग और हवा में उड़ेगा गुलाल
होलिकादहन जुलूस गुरुवार देर शाम व भगवान नृसिंह होलिकोत्सव शोभायात्रा शनिवार को निकलेगी
Lucknow News। उमंग , उल्लास और रंगों का का पर्व होली इस बार गोरखपुर और गोरक्षपीठ के बेहद खास बनने जा रहा है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत के वाहक बने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले 2 साल से गोरक्ष पीठ के होली उत्सव में शामिल नहीं होते रहे हैं, इसकी वजह कोरोनावायरस की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग की बाध्यता रही है लेकिन इस बार वह होली मनाने गोरखपुर पहुंच रहे हैं। गोरखपुर में होली के अवसर पर गोरक्ष पीठ से निकलने वाली भगवान नरसिंह शोभा यात्रा की अगवाई इस बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। वह 1996 से 2019 तक लगातार शोभायात्रा की अगुवाई करते रहे हैं। मुख्यमंत्री इस बार 4 दिन गोरखपुर में रहकर होली का उत्सव मनाएंगे।

गोरक्ष पीठ के अनुयायियों के अनुसार होली का त्यौहार गोरक्ष पीठ की सामाजिक समरसता अभियान का ही एक हिस्सा है। इस पीठ की विशेषताओं में छुआछूत, जातीय भेदभाव और ऊंच नीच का अंतर मिटाने की बात हमेशा शामिल रही है। समाज मे विभेद से परे लोक कल्याण ही नाथपंथ का मूल है।
शोभायात्रा में शामिल होने गोरखपुर जाएंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
गोरक्ष पीठ की शोभायात्रा और होली उत्सव पूरे क्षेत्र के लोगों के लिए सदैव आकर्षण का केंद्र रहा है। ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ, ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ के बाद बतौर गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ 1996-2019 तक होलिकोत्सव की शोभायात्रा की अगुवाई करते रहे हैं। गोरक्ष पीठ से जुड़े लोगों के अनुसार इस बार इस शोभायात्रा में सीएम योगी में शामिल होने की अपनी सहमति दे दी है । ऐसे में इस बार की शोभायात्रा में योगी आदित्यनाथ को विधानसभा चुनाव में मिले प्रचंड बहुमत का रंग भी खूब बरसता दिखेगा। सीएम योगी 17 मार्च की शाम पांडेहाता से निकलने वाले होलिकादहन जुलूस और 19 मार्च की सुबह घण्टाघर से निकलने वाली भगवान नृसिंह होलिकोत्सव शोभायात्रा में सम्मिलित होंगे। शोभायात्रा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा को मिली कामयाबी का अभूतपूर्व विजय जुलूस बने, इसे लेकर जोरदार तैयारियां की गई हैं।

होलिका दहन की राख से होती है उत्सव की शुरुआत
गोरक्षपीठाधीश्वर की अगुवाई में गोरखनाथ मंदिर में होलिकोत्सव की शुरुआत होलिकादहन या सम्मत की राख से तिलक लगाने के साथ होती है। इस परंपरा में एक विशेष संदेश निहित होता है। होलिकादहन हमें भक्त प्रह्लाद और भगवान श्रीविष्णु के अवतार भगवान नृसिंह के पौराणिक आख्यान से भक्ति की शक्ति का अहसास कराती है। होलिकादहन की राख से तिलक लगाने के पीछे का मन्तव्य है भक्ति की शक्ति को सामाजिकता से जोड़ना। इस परिप्रेक्ष्य में गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह कथन सतत प्रासंगिक है, “भक्ति जब भी अपने विकास की उच्च अवस्था में होगी तो किसी भी प्रकार का भेदभाव, छुआछूत और अस्पृश्यता वहाँ छू भी नहीं पायेगी।”

नानाजी देशमुख ने की थी रंगोत्सव शोभायात्रा की शुरूआत, गोरक्षपीठ ने दी बुलंदी
गोरखपुर में भगवान नृसिंह रंगोत्सव शोभायात्रा की शुरुआत अपने गोरखपुर प्रवासकाल में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक नानाजी देशमुख ने 1944 में की थी। गोरखनाथ मंदिर में होलिकादहन की राख से होली मनाने की परंपरा इसके काफी पहले से जारी थी। नानाजी का यह अभियान होली के अवसर पर फूहड़ता दूर करने के लिए था। नानाजी के अनुरोध पर इस शोभायात्रा का गोरक्षपीठ से भी गहरा नाता जुड़ गया। ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ के निर्देश महंत अवेद्यनाथ शोभायात्रा में पीठ का प्रतिनिधित्व करने लगे और यह गोरक्षपीठ की होली का अभिन्न अंग बन गया। 1996 से योगी आदित्यनाथ ने इसे अपनी अगुवाई में न केवल गोरखपुर बल्कि समूचे पूर्वी उत्तर प्रदेश में सामाजिक समरसता का विशिष्ट पर्व बना दिया। अब इसकी ख्याति मथुरा-वृंदावन की होली सरीखी है और लोगों को इंतजार रहता है योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाले भगवान नृसिंह शोभायात्रा का। पांच किलोमीटर से अधिक दूरी तय करने वाली शोभायात्रा में पथ नियोजन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता करते हैं और भगवान नृसिंह के रथ पर सवार होकर गोरक्षपीठाधीश्वर रंगों में सराबोर हो बिना भेदभाव सबसे शुभकामनाओं का आदान-प्रदान करते हैं।
मुख्यमंत्री का 4 दिन का कार्यक्रम
गोरखपुर: सीएम योगी आदित्यनाथ का 4 दिवसीय गोरखपुर दौरा
1.30 बजे सीएम योगी गोरखपुर पहुंचेंगे
गुलहरिया में हिंदू युवा वाहिनी की शोभायात्रा में शामिल होंगे
पांडेय हाता में होलिका दहन जुलूस में शामिल होंगे
गोरक्षनाथ मंदिर में ही रात्रि विश्राम करेंगे सीएम
मंदिर के मेला परिसर होलिका की राख उड़ाएंगे
घंटाघर से भगवान नरसिंह की शोभायात्रा में रहेंगे
गोरक्षनाथ मंदिर में होली उत्सव में शामिल होंगे
रविवार की सुबह लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे।