New Delhi News : नोएडा की सड़क पर पीठ पर बैग टांग कर तेजी से भाग रहे 19 साल के लड़के प्रदीप मेंहरा ने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। देश के वरिष्ठ पत्रकार और फिल्मकार विनोद कापड़ी ने सड़क पर दौड़ रहे युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया है । जिसके बाद सभी लोग लड़के की तारीफ कर रहे हैं। विनोद कापड़ी ने भी कहा कि इस बच्चे से सभी को सबक लेना चाहिए। वीडियो बना रहे विनोद कापड़ी ने जब दौड़ लगा रहे लड़के से कहा कि उसका यह वीडियो वायरल हो जाएगा तो उसने कहा कोई बात नहीं मैं कोई गलत काम नहीं कर रहा हूं

राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने इस वीडियो को देखने के बाद अपनी टिप्पणी में देश के नौजवानों को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि 5 साल में चुनाव होने थे हैं किसी ना किसी का विधायक और सांसद बनना तय है लेकिन कब ऐसे ही काबिल नौजवानों के साथ न्याय होगा।


जयंत चौधरी अकेले ऐसे नेता नहीं है। विनोद कापड़ी के वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करने के बाद लगातार पूरे देश से लोगों की टिप्पणियां मिल रही हैं जिसमें लोग इतनी मेहनत करने वाले युवाओं की तारीफ कर रहे हैं और कह रहे हैं कि ऐसे बच्चे हैं देश के रोल मॉडल हैं इनसे दूसरों को प्रेरणा लेनी चाहिए। ऐसे युवाओं को सरकार को तत्काल नौकरी देनी चाहिए। ऐसे युवाओं से ही देश का निर्माण संभव है अगर ऐसी प्रतिभाओं का इस्तेमाल देश के निर्माण में नहीं किया जाएगा तो फिर सारी कवायद बेकार है।
क्या है पूरा मामला।

पत्रकार से फिल्मकार बने विनोद कापड़ी ने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया है जिसमें उन्होंने बताया कि नोएडा की सड़क पर रात 12:00 बजे उन्हें एक लड़का कंधे पर बैग टांगे बहुत तेज दौड़ता नजर आया। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा लगा कि यह किसी परेशानी में होगा तो उसे लिफ्ट देनी चाहिए बार-बार लिफ्ट का ऑफर किया लेकिन इस युवक ने मना कर दिया। युवक के मना करने की वजह जानकर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे और आपको इस बच्चे से प्यार हो जाएगा।
विनोद कापड़ी के इस वीडियो को देखने के बाद पता चलता है कि नोएडा की सड़क पर दौड़ लगाने वाला युवक 19 साल का प्रदीप मेंहरा है जो उत्तराखंड के अल्मोड़ा का रहने वाला है और नोएडा में रहकर कोई नौकरी करता है जहां उसे सुबह 8:00 बजे तैयार होकर जाना पड़ता है रात 12:00 बजे जब वह लौटता है। तब तक उसके पास दौड़ लगाने के लिए समय नहीं होता है और उसका सपना भारतीय सेना में भर्ती होने का है। जहां दौड़ लगाना जरूरी है और दौड़ का अभ्यास किया जाना भी बेहद अनिवार्य है। समय के अभाव में प्रदीप हर रोज रात 12:00 बजे अपने कार्यस्थल से कमरे पर लौटते समय दौड़ लगाकर यह अभ्यास पूरा करता है। रात 12:00 बजे जब विनोद कापड़ी ने प्रदीप को साथ चलकर भोजन करने का न्योता दिया तो उसने कहा कि अगर वह घर जाकर भोजन तैयार नहीं करेगा तो उसका भाई भूखा रह जाएगा। प्रदीप ने बताया कि उसका भाई भी रात की शिफ्ट में नौकरी करता है। इसलिए उसके पास भी भोजन तैयार करने का समय नहीं होता है। वह कमरे पर पहुंचकर भोजन तैयार करेगा तब तक उसका भाई भी पहुंच जाएगा। प्रदीप ने यह भी बताया कि उसकी मां बीमार है और उसका अस्पताल में चल रहा है इसलिए दोनों भाइयों को काम करना पड़ रहा है।