Ayodhya Samvad Samachar Desk : अपने कोकिल स्वर से करोड़ों करोड़ संगीत प्रेमियों को मंत्रमुग्ध करने वाली सुर साम्राज्य लता मंगेशकर के दुखद अवसान ने सभी लोगों को शोकाकुल कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश की प्रमुख हस्तियों ने उनके निधन पर दुख जताया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लता जी के साथ अपनी स्मृतियों को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी है।

देश की सभी प्रमुख भाषाओं के गीतों को अपना सुर देकर सुरों की मल्लिका लता मंगेशकर ने हर समाज,आयु, वर्ग , धर्म के लोगों को प्रभावित किया और अपना मुरीद बनाया है। रविवार को उनके निधन पर सोशल मीडिया पर शोक संदेशों की जिस तरह से बाढ़ से देखने को मिली उससे उनकी लोकप्रियता का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए सोशल मीडिया पर एक के बाद एक लगातार कई ट्वीट किए हैं.

अपने शोक संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य रहा है कि लता दीदी से मुझे हमेशा बहुत ही ज्यादा अपनत्व प्राप्त होता रहा। उनसे मेरी मुलाकात और बातचीत कभी भूलने लायक नहीं है। देशवासियों के साथ मैं भी लता जी के अवसान पर दुख महसूस कर रहा हूं. उनके परिवारी जनों से बात कर शोक संवेदना व्यक्त की है.

लता मंगेशकर सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल उद्घाटन अवसर पर लता जी के साथ अपनी फोटो साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा – लता दीदी के गीतों में भावनाओं के विभिन्न रूपों का अनुभव होता है। लता दीदी ने कई दशक तक भारतीय सिनेमा के इतिहास को बनते हुए देखा है वह हमेशा भारत के विकास को लेकर भी उत्साहित रही। वह हमेशा चाहती थीं कि भारत एक सशक्त और विकसित देश बने ।

अगले संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं लता जी के निधन से बेहद दुखी महसूस कर रहा हूं और मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं है। लता दीदी अपने पीछे दया भाव और दूसरों की चिंता करने का जज्बा छोड़ गई है । उनके निधन से देश में ऐसी रिक्तता हुई है जिसकी भरपाई संभव नहीं है । देश उन्हें हमेशा भारतीय संस्कृति के महान व्यक्तित्व के रूप में याद करेगा। उनकी मधुर व चमत्कृत करने वाली आवाज की तुलना कभी नहीं की जा सकेगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संदेश में कहा कि स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी का निधन अत्यंत दुखद और कला जगत की अपूरणीय क्षति है। प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों के असंख्य प्रशंसकों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।

देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने संदेश में कहा कि स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी के निधन से भारत की आवाज खो गई है। लता जी ने आजीवन स्वर और सुर की साधना की है । उनके गाए हुए गीतों को भारत की कई पीढ़ियों ने सुना और गुनगुनाया है उनका निधन देश की कला और संस्कृति बहुत बड़ी क्षति है उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लता मंगेशकर के निधन पर सबसे अलग तरीके से श्रद्धांजलि पेश की है उन्होंने लता जी के गाए हुए गाने ए मेरे वतन के लोगों को याद करते हुए कहा कि जरा याद करो स्वर-वाणी। इस तरह उन्होंने लता जी को श्रद्धांजलि भी दी और उनके स्वर कोकिला होने की लोगों को याद दिलाई है।
