Minor Rape Case : समाजसेविका को धमकाने से अयोध्या पुलिस की भूमिका पर उठने लगे सवाल , लोगों ने पूछा कहां गये भाजपा के सांसद व विधायक

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Ayodhya News : अयोध्या धाम के खाकी अखाड़ा इलाके में 16 मार्च की शाम 7 वर्षीय मासूम के साथ हुए दुष्कर्म मामले में अयोध्या पुलिस की भूमिका अब लोगों की नजर में संदिग्ध होने लगी है। अस्पताल में भर्ती मासूम बालिका का वीडियो सामने आया है जिसमें उसने 3 दुष्कर्मी बताए हैं जबकि अयोध्या पुलिस ने अन्य आरोपियों से अब तक पूछताछ भी नहीं की। बुधवार शाम को सिटी कोतवाली के इंचार्ज ने गुड़िया के लिए इंसाफ मांगने वाली समाज सेविका के घर जाकर धमकाने और पति को हिरासत में लेकर अयोध्या पुलिस को और कटघरे में खड़ा कर दिया है। सोशल मीडिया पर लोग अयोध्या पुलिस की निंदा कर रहे हैं और भाजपा के सांसद, विधायक के बारे में पूछ रहे हैं कि वह कहां है।

समाज सेविका अर्चना तिवारी के घर फैजाबाद कोतवाली इंचार्ज देवेंद्र सिंह. @ayodhyasamvad.com

धर्म नगरी अयोध्या में 7 वर्षीय मासूम के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था लेकिन अयोध्या पुलिस जानबूझ कर इस पर पर्दा डालती रही इसका खुलासा पीड़िता के सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो से हो रहा है। हालांकि इस मामले में अयोध्या पुलिस ने महज 12 घंटे के अंदर मुख्य आरोपी को पकड़ कर जेल भेज दिया था तब यह माना जा रहा था कि अयोध्या पुलिस ने इंसाफ दिलाने के लिए तत्परता से कार्रवाई की है लेकिन जैसे जैसे दिन बीते अयोध्या पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े होने लगे हैं।

समाजसेवी संगठनों का अयोध्या में प्रदर्शन

अयोध्या धाम के स्थानीय निवासियों को सबसे पहले यह जानकारी मिली और उठता विश्वास होने के बाद लोगों ने सरयू नदी के किनारे नया घाट से लेकर हनुमानगढ़ी तक विरोध मार्च निकालकर सभी आरोपियों को फांसी देने की मांग की। के अगले दिन फैजाबाद शहर में भी समाज सेविका अर्चना तिवारी के नेतृत्व में महिलाओं ने जोरदार प्रदर्शन किया और अपराधियों को गोली मारने की मांग उठाई।

नगर कोतवाली के सामने प्रदर्शन करती अर्चना तिवारी ( फाइल फोटो)

लगातार हो रहे विरोध प्रदर्शनों से परेशान दिख रही अयोध्या पुलिस ने अब दूसरे हथकंडे अपनाने शुरू कर दिए हैं। फैजाबाद नगर कोतवाली के इंचार्ज देवेंद्र सिंह पर आरोप समाजसेविका अर्चना तिवारी की ओर से लगाया गया है कि उन्होंने बुधवार की शाम उनके घर पर जाकर विरोध प्रदर्शन करने पर नाराजगी जताई और धमकी दी है कि अगर दोबारा ऐसी कोशिश की तो उन्हें हाथ पैर तोड़ कर जेल भेज दिया जाएगा। अर्चना तिवारी ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके साथ भी अभद्रता की और नगर कोतवाल देवेंद्र सिंह ने अर्चना तिवारी का हाथ पकड़कर जीप में बैठाने की कोशिश की है। उनके पति को नगर कोतवाल ने हिरासत में ले लिया है। इससे संबंधित वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लोग इसकी कड़ी भर्त्सना कर रहे हैं। सवाल उठ रहे हैं कि क्या अयोध्या धाम में अब यही होगा कि मासूम बालिका के साथ दुराचार गैंग रेप करने वालों को बचाया जाएगा और इंसाफ की मांग करने वालों अभद्रता और दुर्व्यवहार किया जाएगा। उन्हें जेल में डालने की धमकी दी जाएगी। एक यूजर ने पूछा है कि भाजपा के सांसद और स्थानीय विधायक कहां हैं उन्हें मासूम बालिका के साथ की जा रही पुलिस की नाइंसाफी क्यों नहीं दिखाई दे रही है।

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