Ayodhya News : धर्म नगरी अयोध्या में 7 वर्षीय मासूम के साथ हुए गैंग रेप मामले में विपक्ष के आरोपों का सामना कर रही अयोध्या पुलिस आज शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने होगी। मंडलीय समीक्षा बैठक में कानून व्यवस्था की समीक्षा करने के दौरान मुख्यमंत्री अयोध्या गैंग रेप केस में पुलिस की अब तक की जांच कार्रवाई पर अपनी मुहर लगाएंगे या संबंधित पुलिस अधिकारियों पर लापरवाही की गाज गिरेगी। इस पर सबकी नजरें टिकी हुई है।

कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सख्त तेवर के साथ अपना दूसरा कार्यकाल शुरू करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक दिन पहले ही गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार को सस्पेंड किया है। उन पर कानून व्यवस्था बनाए रखने में लापरवाही और अपराध मामलों की जांच व उनके पर्यवेक्षण में लापरवाही का आरोप लगा है। सोनभद्र के डीएम को भी निलंबित किया गया है। उन पर भ्रष्टाचार का आरोप है। मुख्यमंत्री के सख्त तेवर से प्रशासनिक अमले में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। विभिन्न सरकारी विभागों के निचले स्तर के अधिकारी भी डरे हुए हैं कि कहीं उन्हें मुख्यमंत्री के कोप का भाजन ना बनना पड़ जाए।

अयोध्या गैंगरेप केस और पत्रकार पर हमले का मामला चर्चा में
प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद से ही अयोध्या पुलिस दो बड़े मामलों को लेकर चर्चा में है। पहला मामला अयोध्या में हनुमानगढ़ी के पास 7 साल की मासूम बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म से संबंधित है। 16 मार्च की शाम को हुई इस वारदात में पीड़ित परिवार का पुलिस पर आरोप है कि वह अपराधियों को बचाने में लिप्त है। पुलिस ने अभी तक केवल एक आरोपी को पकड़ा है जबकि दुष्कर्म का शिकार हुई बच्ची ने अपने वीडियो बयान में बताया है कि अपराध को अंजाम देने वाले 3 लोग थे। तीनों की मंशा उस बच्ची को जान से मारने की थी। पीड़ित परिवार का यह भी कहना है कि इसी सदमे ने बच्ची के बड़े पिता की जान ले ली।

16 मार्च को हुई घटना के बाद भाजपा सांसद लल्लू सिंह भाजपा विधायक वेद प्रकाश गुप्ता और मेयर ऋषिकेश उपाध्याय ने पीड़ित परिवार को इंसाफ का भरोसा दिलाया था लेकिन पीड़ित परिवार अब ठगा महसूस कर रहा है। दुष्कर्म पीड़िता बच्ची के पिता और चाचा ने 1 दिन पहले राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव से मुलाकात कर इंसाफ की गुहार लगाई है। ऐसे में मंडलीय समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर सबकी नजरें लगी हुई हैं कि वह अयोध्या पुलिस की जांच कार्रवाई से संतुष्ट होकर अधिकारियों को हरी झंडी देते हैं या समीक्षा बैठक में किसी कड़ी कार्रवाई का ऐलान करेंगे।

पत्रकार से मारपीट का मामला भी चर्चा में
अयोध्या में पत्रकार से मारपीट का मामला भी चर्चा में है। स्थानीय पत्रकारों ने पुलिस की कार्यशैली से असंतोष जताते हुए विरोध प्रदर्शन भी किया है। पत्रकार की पिटाई और लूट करने का आरोप समाजवादी पार्टी के विधायक अभय सिंह के समर्थक पर है। इसके बावजूद पुलिस ने अब तक नामजद आरोपी को पकड़ा नहीं है। माना जा रहा है कि मंडलीय समीक्षा बैठक के बाद जब मुख्यमंत्री पत्रकारों से बातचीत करेंगे तो यह मुद्दा भी उठेगा।