Ayodhya News : अयोध्या एफसीआई गोदाम से चल रहा था सरकारी नौकरी दिलाने का धंधा, ट्रेनिंग व नियुक्ति पत्र का देते थे झांसा, एसटीएफ ने छह को दबोचा

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अयोध्या। अयोध्या के गद्दोपुर में स्थित भारतीय खाद्य निगम का गोदाम फर्जी तरीके से सरकारी नौकरी दिलाने वालों का अड्डा बना हुआ था। अयोध्या के महाराजगंज में रहने वाला राज कपूर सिंह भारतीय खाद्य निगम के एजीएम ट्रेनिंग की फर्जी पहचान से बेरोजगार युवाओं को ठगी का शिकार बना रहा था। एसटीएफ टीम ने उसके पांच अन्य सहयोगियों के साथ उसे धर दबोचा है। सरकारी नौकरी में भर्ती कराने का फर्जीवाड़ा चला रहे इस गिरोह ने बेरोजगार युवाओं को रेलवे, स्वास्थ्य विभाग समेत कई अन्य सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगा है।

एसटीएफ लखनऊ की टीम ने अयोध्या और आसपास के जिलों में बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी के नाम पर ठगने वाले बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। भारतीय खाद्य निगम के अयोध्या में गद्दोपुर स्थित गोदाम को इस गिरोह ने अपना केंद्र बना रखा था। अब तक सैकड़ों युवाओं को इस गिरोह ने अपनी ठगी का शिकार बनाया है। एसटीएफ ने गिरोह के सभी छह सदस्यों को मंगलवार 15 फरवरी को अयोध्या से गिरफ्तार किया है।

एसटीएफ की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार सरकारी नौकरी का झांसा देकर युवाओं के साथ ठगी करने वाले गिरोह के सदस्यों से ट्रेंनिंग शेड्यूल लेटर, फर्जी मार्कशीट, बैंक चेक, स्विफ्ट कार मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन, लैपटॉप, एटीएम कार्ड , फिंगरप्रिंट स्कैनर के साथ ही ₹19290 नकद भी बरामद किए गए हैं। इस गिरोह के लोग इतने शातिर हैं कि बेरोजगार युवाओं को फर्जी नियुक्त पत्र थमा कर उनकी ट्रेनिंग भी फर्जी तरीके से कराते थे। ट्रेनिंग के दौरान ही युवाओं से लाखों रुपए की वसूली कर ली जाती। इसके बाद जॉइनिंग के नाम पर उन्हें सालों तक इंतजार कराया जाता था। तब तक लोगों को एहसास हो जाता था कि उनके साथ ठगी हुई है। एसटीएफ के अनुसार ऐसे ही एक पीड़ित ने अयोध्या के तारुन थाने में मुकदमा दर्ज करा रखा है।

एसटीएफ के अनुसार सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के बारे में लंबे समय से पुलिस को सूचना मिल रही थी। पुलिस को पता चला था कि अच्छा और उसके आसपास के जिलों में रेलवे, स्वास्थ्य विभाग, भारतीय खाद्य निगम समेत कई विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की जा रही है। प्राप्त सूचना के आधार पर एसटीएफ के एसपी अमित कुमार नागर के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया इस टीम ने जब सरकारी नौकरी का फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह के तार जोड़ने शुरू किए तो पता चला कि अयोध्या के तारुन थाना क्षेत्र के फतेहपुर कमासिन में कुछ लोगों के द्वारा फर्जी ट्रेनिंग सेंटर चलाया जा रहा है।

एसटीएफ की टीम ने जब ट्रेनिंग सेंटर पर पहुंच कर पूछताछ की तो प्रशिक्षण दे रहे लोग कुछ खास जानकारी नहीं दे सके। तथाकथित ट्रेनिंग सेंटर पर हाजिरी रजिस्टर मिला जिसमें ट्रेनिंग प्राप्त करने वाले युवाओं की हाजिरी दर्ज की जाती थी वहां मिले कई युवाओं ने स्वीकार किया कि उन्हें भारतीय खाद्य निगम में नौकरी मिली है और उन्हें इस सेंटर पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सेंटर पर मौजूद राज कपूर सिंह ने खुद को एजीएम प्रशिक्षण बताया। सभी 6 अभियुक्तों के साथ जब तरुण थाने पर पूछताछ की गई तो फर्जी नौकरी बांटने वाले गैंग का भांडा फूट गया। पकड़े गए राज कपूर सिंह ने बताया कि वह खाद्य निगम का एजीएम प्रशिक्षण बनता था जबकि दुर्गा शरण मिश्रा अपने को एजीएम खाद्य निगम बताते थे। बेरोजगार युवाओं को बहला-फुसलाकर लाने की जिम्मेदारी सचिन और सौरव की थी यही लोग उनसे पैसा भी मंगाते थे। जाल में फंसने वाले युवाओं को भारतीय खाद्य निगम के गद्दोपुर स्थित गोदाम पर बुलाया जाता था वहां गिरोह का एक सदस्य पहले से मौजूद होता था वही इस ट्रक से इन लोगों को राज कपूर सिंह और दुर्गा शरण मिश्रा से मिल जाता था इन दोनों के पास एजीएम ट्रेनिंग और एजीएम खाद्य निगम का पहचान पत्र भी था बेरोजगार युवाओं से उनके शैक्षिक प्रमाण पत्र लेने के बाद यह लोग बताते थे कि डाक से जॉइनिंग लेटर आपके पास पहुंच जाएगा। उसी पर ट्रेनिंग सेंटर का नाम लिखा होगा बेरोजगार युवक जब ट्रेनिंग सेंटर पर पहुंचते थे तो वहां यह हाजिरी टेस्ट में उनका नाम दर्ज करते थे उसके बाद दिल्ली के मैं सोनिक क्लीनिक जनपथ में युवाओं का मेडिकल परीक्षण कराया जाता था बेरोजगार युवाओं का फर्जी आईडी कार्ड राजधानी लखनऊ में तुलसी सिनेमा कैसरबाग स्थित राजू कैफे से तैयार किया जाता था। एसटीएफ के अनुसार पूरे गैंग का ध्यान केवल बेरोजगार युवाओं से पैसा वसूलने पर होता था। ट्रेनिंग की खानापूरी करने के बाद सभी को जॉइनिंग के नाम पर कई महीनों तक टरकाया जाता था। पकड़े गए अभियुक्तों के खिलाफ दारुण थाने में धारा 419, 420, 467, 468, 471 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः-

1- राज कपूर सिंह उर्फ राजीव माथुर पुत्र कांग्रेस सिंह, निवासी ग्राम कस्तूरीपुर, थाना महाराजगंज, जिला अयोध्या।
2- सौरभ सिंह पुत्र हवलदार सिंह, निवासी ग्राम व पोस्ट काशीपुर, थाना वजीरगंज, गोण्डा हाल पता 538/1159 त्रिवेणी नगर, सीतापुर रोड, लखनऊ।
3- सचिन कुमार श्रीवास्तव उर्फ रंजन पुत्र स्व0 ओम प्रकाश श्रीवास्तव, निवासी 165 ऊंची मंडी, थाना मुट्ठीगंज, प्रयागराज।
4- विशाल प्रजापति उर्फ पंकज निवासी कस्तूरीपुर थाना महाराजगंज जिला अयोध्या।
5- विमल कुमार वर्मा पुत्र राधेश्याम वर्मा, निवासी फतेहपुर कमासिन, थाना तारुन, अयोध्या।
6- नकुल सिंह उर्फ अनुराग प्रजापति पुत्र बुद्धि राम प्रजापति, निवासी ग्राम कस्तूरीपुर, थाना महाराजगंज, जिला अयोध्या।

बरामदगीः-

1- 15 ट्रेंनिंग शेड्यूल लेटर।
2- 10 अदद कूटचरित मार्कशीट खाद्य निगम।
3- 01 अदद हाजिरी रजिस्टर।
4- 01 अदद परिचय पत्र रजिस्टर।
5- 12 अदद फर्जी आईडी कार्ड।
6- 03 अदद बैंक की चेक।
7- 01 स्वीफ्ट कार -न्च् 32 थ्स् 4089
8- 02 मोटरसाइकिल (न्च् 42 ।स् 0685, न्च् 42 ।फ 1294
9- 10 अदद मोबाइल।
10- 01 अदद लैपटॉप
11- 03 अदद आधार कार्ड
12- 02 अदद पैन कार्ड।
13- 10 अदद एटीएम कार्ड।
14- रुपये- 19,290/- नगद।
15- 01 अदद फिंगरप्रिंट स्कैनर।

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