Lucknow News : प्रियंका गांधी की राह पर अखिलेश यादव , विधान परिषद चुनाव में डॉक्टर कफील खान को अखिलेश यादव ने क्यों बनाया प्रत्याशी ?

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UP Election News : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में लंबी छलांग लगाने वाले समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव क्या प्रियंका गांधी को यूपी की राजनीति में फॉलो करने लगे हैं। विधान परिषद सदस्य निर्वाचन के लिए देवरिया कुशीनगर स्थानीय निकाय सीट पर डॉ कफील खान को प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चा के बीच यह सवाल समाजवादी पार्टी में ही तेजी के साथ गूंज रहा है। सपा कार्यकर्ता भी ताज्जुब में है कि आखिरकार अखिलेश यादव प्रतीकात्मक चुनाव की राजनीति क्यों कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अकेले दम पर भाजपा को चुनौती देने वाले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की पीठ पार्टी के संस्थापक और संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने भी थपथपाई है। सपा खेमे से जानकारी मिली कि मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश यादव को बहुत अच्छा चुनाव लड़ने की बधाई दी है। ऐसे में जब स्थानीय प्राधिकारी क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य चुनाव में कुशीनगर देवरिया सीट पर डॉ कफील खान को प्रत्याशी बनाए जाने की चर्चा हो रही है तो पार्टी के दावेदार नेता तो बेचैन हो ही रहे हैं, साथ में समर्थक वर्ग भी असमंजस में दिखाई दे रहा है।

पार्टी के पुराने दिग्गज ने अयोध्या संवाद से कहा कि डॉ कफील खान को चुनाव में प्रत्याशी बनाया जाना ठीक उसी तरह से है जैसे कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान उन्नाव और कानपुर में प्रत्याशी उतारे थे। वह कहते हैं कि कांग्रेस का उन्नाव कांड पीड़िता की मां और कानपुर में खुशी दुबे की मां व बहन को प्रत्याशी बनाने की बात तो समझ में आती है कि कांग्रेस के पास विधानसभा चुनाव में कुछ खोने के लिए नहीं था। पार्टी प्रत्याशी संकट से गुजर रही थी तो उसने प्रतीकों की राजनीति करते हुए ऐसे लोगों को चुनाव मैदान में उतारा जिनकी कोई राजनीतिक पहचान नहीं थी। जबकि समाजवादी पार्टी ऐसा तब करने जा रही है जबकि प्रदेश विधानसभा के चुनाव में एक हफ्ता पहले ही उसने बदलाव की तस्वीर लिखी है। यूपी की राजनीति में अब समाजवादी पार्टी के मुकाबले में विपक्ष का कोई भी दल ऐसा नहीं है जो उसके आसपास भी ठहर सके।

कौन है डॉक्टर कफील खान और क्यों हो रही चर्चा

गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बाल रोग विशेषज्ञ के तौर पर नौकरी कर चुके डॉ कफील खान इन दिनों निलंबित चल रहे हैं। मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत होने पर योगी सरकार ने उन पर कड़ी कार्रवाई की और निलंबित कर दिया है। उन्हें लंबे समय तक जेल में भी रहना पड़ा है। डॉ कफील ने यह आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अल्पसंख्यक होने के नाते उन पर जुल्म ढाया है और जानबूझकर उन्हें दोषी ठहराया जा रहा है जबकि वह मामले में पूरी तरह निर्दोष हैं। डॉक्टर कफील खान के मामले में कांग्रेस ने भी बढ़-चढ़कर राजनीति की। जेल से छूटने पर उन्हें कांग्रेस शासित राजस्थान में मेहमान बना कर रखा गया। प्रियंका गांधी ने उनके बच्चों और पत्नी से मुलाकात की डॉक्टर कफील खान से भी मुलाकात की और उन्हें अन्याय के खिलाफ लड़ने वाला करार दिया। उन्हीं डॉ कफील खान के नाम की चर्चा अब समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यालय में हो रही है कि पार्टी उन्हें कुशीनगर देवरिया सीट से एमएलसी चुनाव का प्रत्याशी बनाने जा रही है। डॉ कफील खान ने मंगलवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में अखिलेश यादव से मुलाकात की है। ऐसे में सपा के कार्यकर्ता ही पूछ रहे हैं कि क्या किसी को इसलिए प्रत्याशी बनाया जा सकता है कि वह मुख्यमंत्री पर उत्पीड़न का आरोप लगाता रहा है और अल्पसंख्यक वर्ग से आता है।

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