Ayodhya News। जमाना कितना खराब आ गया है कि जिस आदमी ने जरूरत के मौके पर ₹200000 उधार देखकर भलमनसाहत दिखाएं उसे ही ₹200000 का चूना लगाने के लिए उधार लेने वाले ने अपने साथ लूट का झूठा नाटक खेल डाला। नाटक कामयाब भी रहा क्योंकि उधार देने वाले ने पैसे का तगादा करने के बजाय उसके साथ हुई वारदात का अफसोस जताया और उधार का तकादा भी रोक दिया लेकिन अयोध्या पुलिस ने पूरे मामले में ऐसी तेजी दिखाई कि अब लूट की रिपोर्ट लिखवाने वाले को ही जेल के सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।

पूरा मामला कुछ यूं है कि 2 दिन पहले महाराजगंज थाना क्षेत्र के सराय राशि के पास लूट की वारदात की सूचना पुलिस को मिली थी। महराजगंज थाना क्षेत्र में बताई गई इस वारदात के बाद पुलिस ने रिपोर्ट भी लिखी लेकिन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश पांडे ने बुधवार को बताया कि सरायराशी के पास हुई दो लाख की लूट की सूचना झूठी निकली। उधार लिए गए दो लाख रुपये वापस न देना पड़े इसके लिए कथित पीड़ित ने ही दो लाख लूटे जाने का नाटक रचा। पुलिस ने गहन छानबीन के बाद 48 घंटे के अंदर ही खुलासा कर झूठी सूचना देने वाले काशीराम निवासी राजेपुर को जेल भेज दिया है।

एसएसपी ने बताया कि काशीराम ने पटरंगा केे हरिराम से दो लाख उधार लिए थे। वह बार बार पैसे मांग रहा था। मंगलवार को बैंक से पत्नी के खाते से 1 लाख 70 हजार निकाले और 30 हजार उसके पास पहले से थे। इसी को लेकर मंगलवार को उसने तीन बदमाशों द्वारा लूटे जाने की सूचना दे पुलिस को गुमराह किया।पुलिस ने उसके घर दबिश देकर रुपये भी बरामद कर लिए हैं। रुपये भूसे के ढेर में छिपा कर रखे गए थे।