अयोध्या। देवरिया जिले के रहने वाले राजाराम भागवानी ने सिविल सेवा में कामयाबी के लिए अपनी मातृभाषा सिंधी का सहारा लिया तो आज आईजी रेलवे के पद पर काम करते हुए देश सेवा कर रहे हैं। एक मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए अयोध्या पहुंचे राजाराम बागवानी ने युवाओं से कहा कि मातृभाषा का सम्मान करें तो उनका भी सम्मान बढ़ेगा। उन्होंने सिंधी समाज के युवाओं से कहां थी वह आगे बढ़कर संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं को उत्तीर्ण करने की चुनौती स्वीकार करें। इससे उन्हें देश और समाज के लिए अधिक काम करने का मौका मिलेगा।
इन दिनों हैदराबाद में आईजी रेलवे के पद पर तैनात राजाराम भागवानी ने बताया कि सिंधी समाज के अन्य युवाओं की तरह उसकी भी परवरिश कारोबार के माहौल में हुई। रिश्तेदार – नातेदार यहां तक कि साथ में खेलकूद कर बड़े हुए दोस्त भी कारोबार को ही जीवन का सबसे बड़ा सपना मानते रहे। इसके बावजूद उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग की ओर रुख किया और सिंधी भाषा को विषय बना कर अपनी तैयारी की। उन्होंने बताया कि सिंधी भाषा उन सब की मातृभाषा है इसलिए संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सिंधी भाषा का विषय चयन उनके लिए फायदे का सौदा बन गया। उनका चयन हुआ और आज वह अपनी मनपसंद की पुलिस तक देश में नौकरी कर रहे हैं।

उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि सिंधी युवाओं की रुचि प्रशासनिक सेवाओं में भागीदारी करने के लिए बेहद कम है। इसके बावजूद जो युवा उच्च शिक्षा हासिल करने के साथ ही प्रशासनिक सेवाओं के लिए तैयारी कर रहे हैं उन्हें कामयाबी भी मिली है। उन्होंने कहा कि अगर सिंधी भाषा को विषय बनाकर रणनीतिक तौर पर तैयारी की जाए तो कामयाबी मिलना 100% तय है।
अयोध्या में उत्तर प्रदेश सिंधी युवा समाज के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश ओमी की अगुवाई मे श्री भागवानी का स्वागत भजन आहूजा,रमेश मदान,राजकुमार मोटवानी, संजय सावलानी, दिलीप बजाज,विजय आहूजा,संत दास नारंग,राजेश माखेजा,संजय मलकानी, सचिन आहूजा, धनराज नारंग, महेश खटवानी, विशाल खटवानी आदि ने किया।