अयोध्या। होली के मौके पर अयोध्या में मनाए जाने वाले शब—ए—बारात त्यौहार को लेकर जिला प्रशासन बेहद अलर्ट है। जिला प्रशासन ने शांति कमेटी की बैठक में हिन्दुओं और मुस्लिमों के त्यौहार शांतिपूर्ण मनाए जाने के बारे में रणनीति बनाई है। अयोध्या में कुल 20 स्थानों पर शब— ए — बारात की रौशनी की जाएगी जिसमें से 12 स्थान अयोध्या धाम की सीमा में शामिल हैं। राम जन्मभूमि पर हमला करने की कोशिश में मारे गए पाकिस्तानी और कश्मीरी आतंकवादियों की कब्र पर भी फातिहा पढ़े जाने की तैयारी है।
शब—ए—बारात त्यौहार के संदर्भ में सोमवार को जिला अधिकारी नितीश कुमार ने बयान जारी कर बताया है कि स्थानीय चंद्र दर्शन के अनुसार यह त्यौहार 18/19 मार्च को परम्परागत रूप से मनाया जाना सम्भावित है। इस अवसर पर मुस्लिम सम्प्रदाय के लोग रात में अपने-अपने घरों, कब्रिस्तानों, मस्जिदों एवं मजारों में रोशनी करने के लिए इकठ्ठा होते हैं। मस्जिदों में नमाज कुरानखानी की जाती है। मुस्लिम सम्प्रदाय के लोग रात्रि में समूहों में अपने-अपने पूर्वजों की मजारो/कब्रिस्तानों में जाकर मोमबत्ती, अगरबती जलाकर फातिहा पढ़ते है, जिससे देर रात्रि तक लोगों का कब्रिस्तानो से आवागमन बना रहता है। इसी दिन मुस्लिमों के शिया समुदाय के बारहवें इमाम मेहदी का जन्म दिवस भी मनाया जाता है। इस अवसर पर शिया मस्जिद चौक में रोशनी की जाती है । शब-ए-बारात के दूसरे दिन फाजिर की नमाज के पश्चात् शिया मस्जिद चौक से शिया सम्प्रदाय के लोगों का अरीजा जुलूस निकलता है। इस जुलूस में शामिल शिया समुदाय के लोग चौक मस्जिद से चलकर सरयू नदी के जमथरा व धारा रोड घाट पर पहुंचते हैं और सरयू नदी में अरीजा (अरजी) डालते हैं।

शहर के 20 स्थानों पर होगी रौशनी, पढ़ा जाएगा फातिहा
शब — ए — बारात के अवसर पर अयोध्या शहर के 20 स्थानों पर स्थित मजारों पर रौशनी की जाती है और फातिहा पढ़ा जाता है। इसमें ताड़ की तकिया मो० रिकाबगंज, महिला अस्पताल के बगल (यहां मारे गए आतंकवादी दफन किए गए थे) घण्टाघर, वजीरगंज कब्रिस्तान, शहीद मजार बेनीगंज कब्रिस्तान, बिजली शहीद मजार जेल के पीछे, गुलाब शाह की मजार, बड़ी बुआ की मजार, नगर अयोध्या मे नौगजी मजार शाह इब्राहिम शाह की मजार, मो० बेगमपुरा, गोलाघाट, स्वर्गद्वार, बक्सरिया टोला, शाहजहापुर मुगलपुरा, दुराही कुआ सुतहटी, कोटिया, कजियाना, पाजीटोला, रायगंज, शीशपैगम्बर आदि मजारों पर भी प्रकाश व्यवस्था व फातिहा पढ़ने का कार्यक्रम किया जाता है। इसी तरह जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में थाना रौनाही अंतर्गत रौनाही जगनपुर, चिर्रा, मोहम्मदपुर थाना पूराकलंदर अंतर्गत कस्बा मदरसा, थाना/कस्बा गोशाईगंज थाना/ कस्बा रूदौली, मवई, पटरगा अंतर्गत मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में रोशनी/सजावट व फातिहा पढ़ने का कार्यक्रम किया जाता है, जो देर रात्रि तक चलता है।
इन वजहों से शांति भंग की है आशंका
जिला प्रशासन ने होली और शब—ए—बारात के अवसर पर शांति भंग की आशंका भी जताई है। जिलाधिकारी की ओर से जारी बयान में उन तथ्यों को इंगित किया गया है जिसकी वजह से शांति भंग हो सकती है। इसमें महिलाओं और लड़कियों के देर रात तक घूमने से उचक्के व मनचले किस्म के लोगों की छींटाकशी, हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव की रंजिश और हिंदू व मुस्लिमों का त्यौहार एक साथ होनेद की वजह से विवाद की आशंका बनी हुई है। ऐसे में सभी तहसीलों और पुलिस थाना क्षेत्रों में प्रशासनिक और पुलिस प्रबंध करने का निर्देश दिया गया है।
क्षेत्रीय मजिस्ट्रेटों की तैनाती
जिलाधिकारी के अनुसार शब-ए-बारात के अवसर पर विभिन्न कारणों से विवाद की आशंका बनी रहती है, जिसके क्रम में क्षेत्रीय मजिस्टेªटों को विशेष ड्यूटी पर लगाया गया है। नगर मजिस्ट्रेट एव रेजीडेण्ट मजिस्ट्रेट, अयोध्या को अपने-अपने सम्पूर्ण आवंटित क्षेत्र की लोक शान्ति, सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था को बनाये रखने एवं संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान रखते हुए शान्ति व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए उत्तरदायी बनाया है। समस्त उप जिला मजिस्ट्रेट, अपने-अपने तहसील के सम्पूर्ण क्षेत्र में शान्ति व्यवस्था बनाये रखने तथा संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान रखने हेतु उत्तरदायी होगे तथा आवश्यकतानुसार अपने अधीनस्थ स्टाफ की भी ड्यूटी लगा लेगे और इस कार्यालय को अवगत करायेगें। साथ ही सम्पूर्ण क्षेत्र में शान्ति व्यवस्था सुनिश्चित करायेगे। अपर जिला मजिस्ट्रेट (नगर), सम्पूर्ण नगर क्षेत्र तथा अपर जिला मजिस्ट्रेट (प्रशासन), जनपद के सम्पूर्ण ग्रामीण क्षेत्र की शान्ति व्यवस्था के नोडल प्रभारी होंगे एवं संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान रखने के लिए कानून व्यवस्था सुनिश्चित करायेगें।
थानों पर भी होंगी शांति समिति की बैठकें
जिला स्तर पर पीस कमेटी की बैठक का आयोजन करने के बाद जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि सभी थानों और मुहल्लों में शांति समिति की बैठक त्यौहार से पहले करा ली जाए। यदि कोई असामान्य स्थिति किसी क्षेत्र में उत्पन्न हो, तो संबंधित अधिकारी अथवा अपर जिला मजिस्ट्रेट नगर व प्रशासन तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को तत्काल अवगत कराकर समस्या का समाधान करायेगें। नगर निकाय, पंचायती राज विभाग एवं पशु चिकित्सा विभाग से कहा गया है कि टीम बनाकर छुट्टा पशुओं को पकड़ने व हटवाने का काम करें जिससे किसी समस्या का सामना न करना पड़े।