अयोध्या। विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के बाद अब समाजवादी पार्टी ने सरकारी मशीनरी की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए मतगणना प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने की मांग की है। सपा की ओर से अयोध्या जिले के मतगणना प्रभारी बनाए गए पूर्व विधान परिषद सदस्य विशाल वर्मा ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि सरकारी मशीनरी की नीयत में खोट दिखाई दे रहा है इसलिए चुनाव आयोग को निष्पक्ष मतगणना के लिए कदम उठाना चाहिए।

बुधवार को एक होटल में मीडिया से बातचीत के दौरान पूर्व विधान परिषद सदस्य विशाल वर्मा ने वाराणसी और बरेली में ईवीएम मिलने का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह की घटनाएं सामने आई हैं इससे सरकारी मशीनरी में बैठे अधिकारियों की बदनीयती उजागर हो रही है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि प्रदेश सरकार में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव ने जिलों के डीएम को फोन कर कहा है कि जिन सीटों पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी 5000 से कम मतों से हार रहे हो वहां मतों की गिनती का काम धीमा कर दिया जाए। इसी दौरान वाराणसी में ईवीएम मिलने का मामला भी सामने आया है अब वाराणसी का जिला प्रशासन कह रहा है कि ईवीएम को प्रशिक्षण के लिए ले जाया जा रहा था तो सवाल यह उठता है कि इस तरह से जब ईवीएम को ले जाया जा रहा था तो इस बारे में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को पहले से क्यों नहीं जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि अगर मामला पकड़ में ना आता तो शायद बड़ी धांधली को अंजाम दे दिया जाता।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से मांग की है कि मतगणना केंद्रों पर जिस भी राजनीतिक दल के प्रतिनिधि आए जाएं या कोई अन्य वाहन आए जाए उसकी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में जांच कराई जाए जिससे किसी भी तरह की धांधली या बेईमानी की गुंजाइश ना रहे। पत्रकार वार्ता के दौरान समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष गंगा सिंह यादव अयोध्या विधानसभा क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडे पवन गोसाईगंज से पार्टी प्रत्याशी अभय सिंह बीकापुर से प्रत्याशी फिरोज खान गब्बर और रुदौली से पार्टी प्रत्याशी पूर्व मंत्री आनंद सेन यादव मौजूद रहे।