Gosain Ganj Election News : समाजवादी पार्टी के गोसाईगंज विधानसभा क्षेत्र से बाहुबली प्रत्याशी अभय सिंह और भारतीय जनता पार्टी के बाहुबली नेता इंद्र प्रताप तिवारी खब्बू के समर्थक विकास सिंह को एसडीएम सदर की कोर्ट से जमानत मिल गई है। चुनाव की घोषणा होने के बाद तीसरी बार आमने सामने भिड़ने वाले दोनों बाहुबली नेताओं के समर्थकों पर शुक्रवार को महाराजगंज थाने में घुसकर तोड़फोड़ पथराव का आरोप है। फायरिंग का आरोप भी दोनों पक्षों की ओर से लगाया गया है इसके बावजूद पुलिस ने शांति भंग की आशंका में धारा 151 के तहत दोनों पक्षों का चालान किया। मामला शनिवार को एसडीएम सदर की कोर्ट में पहुंचा तो उन्हें जमानत की प्रक्रिया पूरी करानी पड़ी।

गोसाईगंज विधानसभा सीट पर हो रहे चुनाव में समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष गंगा सिंह यादव ने शनिवार को आरोप लगाया है कि दोनों दलों के प्रत्याशियों की ओर से हो रहे टकराव के पीछे बहुत बड़ी साजिश है। शनिवार को पुलिस ने सुबह 3 बजे पूर्व विधायक व बाहुबली नेता अभय सिंह को उनके आवास से गिरफ्तार किया तो संकेत गया कि पुलिस बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है। पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी आरती तिवारी के समर्थक और अभय सिंह से गिरने वाले विकास सिंह को भी उनके समर्थकों के साथ गिरफ्तार किया। शनिवार की दोपहर पूरे मामले में जब पुलिस की ओर से एसडीएम सदर की कोर्ट में चालान पेश किया गया तो उसमें धारा 151 के तहत मुकदमे की पेशकश की गई। धारा 151 के तहत शांति भंग की आशंका का मामला बनता है। यह जमानती अपराध है ऐसे में एसडीएम सदर की कोर्ट से दोनों पक्षों को जमानत मिल गई है। एसडीएम ने हरा के दोनों पक्ष से मुचलका के साथ जमानत का प्रावधान भी जोड़ दिया . पुलिस ने दोनों पक्ष के 7 लोगों को धारा 151 शांति भंग की आशंका के तहत एसडीएम कोर्ट में पेश किया। एसडीएम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद सपा प्रत्याशी अभय सिंह और भाजपा नेता विकास सिंह अपने समर्थकों के साथ रिहा हो गए।

महाराजगंज थाने में पथराव मामले में क्या होगा
महाराजगंज थाने में शुक्रवार की शाम हंगामा और पथराव का वीडियो भी मौजूद है। शनिवार की सुबह पुलिस की ओर से बताया गया कि वीडियो के आधार पर ही समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी और उनके समर्थकों पर कार्रवाई की गई है। बड़ा सवाल यह है कि महाराजगंज थाने में हुए पथराव और तोड़फोड़ मामले को क्या शांति भंग की आशंका वाली धारा 151 के तहत निपटाया जाएगा या इसके लिए अलग से कोई मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों से एक जैसे आरोप वाली f.i.r. मिली है। दोनों पक्षों की रिपोर्ट के आधार पर विवेचना की जाएगी और उसके बाद मामले में कार्रवाई की जाएगी।