अयोध्या। जिले की बीकापुर विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी ने आखिरी क्षण में अपना प्रत्याशी बदलकर पार्टी के दावेदारों की आशाओं पर पानी फेर दिया। समाजवादी पार्टी की ओर से दोपहर में नामांकन पत्र दाखिल करने वाले बलराम मौर्य की दावेदारी को खारिज करते हुए सपा ने फिरोज खान गब्बर को अपना प्रत्याशी बना दिया। उनका नामांकन दाखिल कराने के लिए समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष गंगा सिंह यादव के साथ में नामांकन स्थल पहुंचे।
जिले की बीकापुर सीट पर समाजवादी पार्टी अंतिम समय तक असमंजस के झूले पर झूलती रही। पहले आनंद सेन यादव को प्रत्याशी बनाया गया उसके बाद मंगलवार की सुबह बलराम मौर्य के प्रत्याशी बनने की जानकारी दी गई। समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष गंगा सिंह यादव ने सुबह 11:30 बजे पार्टी कार्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बलराम मौर्य को प्रत्याशी बनाया गया है और वह अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए पहुंच रहे हैं। बलराम मौर्य ने दोपहर में समाजवादी पार्टी प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन पत्र भी दाखिल कर दिया लेकिन 3:00 बजने से पहले ही समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष गंगा सिंह यादव अपने साथ फिरोज खान गब्बर को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंच गए। उन्होंने बताया कि बीकापुर सीट पर अब समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी फिरोज खान गब्बर ही होंगे। समाजवादी पार्टी की ओर से सिंबल एलॉटमेंट के लिए बलराम मौर्य को जो फार्म बी दिया गया है उसका स्पष्टीकरण जारी कर दिया गया है। नया फार्म बी फिरोज खान गब्बर को दिया गया है बीकापुर सीट पर समाजवादी पार्टी की ओर से चुनाव अब गब्बर ही लड़ेंगे।

समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी गब्बर ने नामांकन के बाद मीडिया से कहा कि पार्टी नेतृत्व ने उन पर जो भरोसा जताया है उसे पूरा कर दिखाएंगे और यह सीट समाजवादी पार्टी की झोली में जाएगी। दूसरों का टिकट काटे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह पार्टी नेतृत्व का फैसला है इस बारे में वह कुछ नहीं कर सकते हैं जो पार्टी नेतृत्व ने फैसला किया वह फैसला वह मान रहे हैं।
पार्टी के बागी प्रत्याशी अनूप सिंह भी मैदान में
समाजवादी पार्टी की ओर से बीकापुर सीट पर दावेदारी कर रहे अनूप सिंह को इस बार भी जब समाजवादी पार्टी नेतृत्व ने मौका नहीं दिया तो उन्होंने बगावत का ऐलान कर दिया है। 3:00 बजने से पहले निर्दलीय के तौर पर नामांकन कराने के लिए अनूप सिंह कलेक्ट्रेट पहुंच गए और अपना पर्चा दाखिल कर दिया है। समाजवादी पार्टी के नेता अनूप सिंह पिछले कई चुनावों से लगातार टिकट की दावेदारी करते रहे हैं लेकिन उन्हें अब तक मौका नहीं मिला। उनके समर्थकों में इससे खासी निराशा है और शायद यही वजह है कि उन्होंने बागी प्रत्याशी के तौर पर नामांकन कराया है।