UP Election News: लोकसभा चुनाव 2019 का परिणाम आने के बाद जब सपा बसपा गठबंधन फेल हुआ तो अखिलेश यादव कई दिन तक अपने कार्यालय भी नहीं पहुंचे। उनकी प्रतिक्रिया भी रस्मी तौर पर सामने आई लेकिन 3 साल बाद 2022 में अखिलेश यादव काफी बदले हुए दिखाई दे रहे हैं विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद जब उनकी सरकार नहीं बनी है तब भी अगले ही दिन वह पार्टी के प्रदेश कार्यालय में पहुंचे और सोशल मीडिया पर अपनी सधी टिप्पणी की है उससे उनकी राजनीतिक परिपक्वता प्रदर्शित हो रही है.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 11 मार्च की सुबह ही सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दर्ज करा दी है. विधानसभा चुनाव परिणाम को स्वीकार करते हुए उन्होंने कहा कि- “उत्तर प्रदेश की जनता को हमारी सीटें ढाई गुनी और मत प्रतिशत डेढ़ गुना बढ़ाने के लिए हार्दिक धन्यवाद.
हमने दिखा दिया है कि भाजपा की सीटों को घटाया जा सकता है भाजपा का यह घटाव निरंतर जारी रहेगा । आधे से ज्यादा भ्रम और छलावा दूर हो गया है बाकी कुछ दिनों में हो जाएगा।
जनहित का संघर्ष जीतेगा.”
अपनी टिप्पणी से अखिलेश यादव ने परिपक्व राजनेता की छवि गढ़ी है। इससे पहले चुनाव परिणामों पर उनकी कई बार ऐसी प्रतिक्रिया देखने को मिली है जिसे आमतौर पर लोगों ने स्वीकार नहीं किया। इस बार विशेष तौर पर अखिलेश यादव ने ईवीएम को लेकर कोई सवाल नहीं खड़ा किया है। ईवीएम पर पहले समाजवादी पार्टी की ओर से जो आरोप लगाए जाते रहे हैं उन्हें भी समाज के एक वर्ग की ओर से पूरी तरह नकार दिया गया । कई बार उनकी बातों का मखौल भी बनाया जाता था। शायद यही वजह है कि इस बार मतगणना से पहले समाजवादी पार्टी ने ईवीएम की सुरक्षा का सवाल तो उठाया लेकिन मतगणना में हेरा फेरी का दावा नहीं किया है।

अपनी प्रतिक्रिया में अखिलेश यादव ने जिस तरह से चुनाव परिणाम को स्वीकार किया है और भविष्य में जनहित के मुद्दों पर संघर्ष का इरादा जताया है उससे भी उनके समर्थक वर्ग को दिशा मिल रही है और इसे राजनीतिक तौर पर प्रमुख बयान माना जा रहा है। शुक्रवार की दोपहर में भी उन्होंने एक और बयान जारी कर समाजवादी पार्टी का समर्थन करने वाले मतदाताओं का भी आभार ज्ञापित किया है। इससे यह भी स्पष्ट हो रहा है कि अखिलेश यादव को इस बात का भली-भांति एहसास है कि उनका मत प्रतिशत बढ़ाने में मतदाताओं के किस किस वर्ग ने समर्थन किया है।
अखिलेश यादव ने अपने जीते विधायकों को भी बधाई दी है । उन्होंने कहा कि सपा-गठबंधन के जीते हुए सभी विधायकों को हार्दिक बधाई! सभी नये विधायक जनता की सेवा व सहायता करने की ज़िम्मेदारी शत-प्रतिशत निभाएं!
उस हर एक छात्र, बेरोज़गार युवा, शिक्षक, शिक्षामित्र, महिला, पुरानी पेंशन के समर्थक, किसान, मज़दूर और प्रोफेशनल को धन्यवाद जिसने हममें विश्वास जताया।

2019 का लोकसभा चुनाव सपा बसपा गठबंधन के बावजूद हारने वाले अखिलेश यादव ने तब जो प्रतिक्रिया सोशल मीडिया पर दी थी उसमें भविष्य को लेकर कोई सकारात्मक संकेत नहीं था लेकिन इस बार उन्होंने भविष्य में संघर्ष करने और जीतने की मंशा जता कर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। पिछली बार उन्होंने लोगों को धन्यवाद देकर अपनी बात पूरी कर ली थी।
