Lucknow News : समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव का काफिला एक सांड़ ने रोक लिया है। अखिलेश यादव ने यह वीडियो खुद सोशल मीडिया पर साझा किया है। अब लोग कह रहे हैं कि योगी का सांड है। अखिलेश यादव को संभल कर चलना होगा। दूसरी ओर अखिलेश यादव भी काफिले के सामने सांड आने से मजबूर दिखे और शायरी में अपना दर्द बयां किया है। उन्होंने कहा कि -“सफर में सांड तो होंगे जो चल सको तो चलो।”
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपनी गाड़ी के सामने सांड़ के आने का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा कर अपने विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं। उन्होंने हालांकि रोड पर सड़क के आ जाने का वीडियो साझा करते हुए यह बताने की कोशिश की है कि प्रदेश में गोवंश के रखरखाव की व्यवस्था अच्छी नहीं है। गोवंश रक्षा के नाम पर सरकार जरूर उत्तर प्रदेश में बनी है लेकिन गोवंश को सड़क पर भटकने के लिए छोड़ दिया गया है इसकी वजह से आए दिन हादसे होते रहते हैं। उन्होंने यह वीडियो साझा करते हुए जनमानस की मजबूरी को भी स्वर देने की कोशिश की है कि -सफर में सांड़ तो होंगे जो चल सको तो चलो। शायद वह यह बताना चाहते हैं कि भारत में लोग जिस तरह से गौवंश का सम्मान करते हैं ऐसे में सड़क पर अगर सांड़ उनके सामने आ जाता है तो लोगों को केवल संभल कर ही चलना होगा।
अपनी टिप्पणी से अखिलेश यादव यह बताना चाह रहे हैं कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार गौवंश के रखरखाव की व्यवस्था करने में फेल हुई है लेकिन भाजपा समर्थकों को उन पर व्यंग करने का यह एक और मौका मिल गया है। कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया में उन पर आरोप लगाया है कि वह गौवंश कि हत्या करने वाले लोगों का साथ देते रहे हैं इसलिए सड़क पर सांड़ देखकर उन्हें कष्ट हो रहा है जबकि यह भगवान कृष्ण के आराध्य भगवान शंकर का नंदी है। एक यूजर ने लिखा कि अब उत्तर प्रदेश में आपको इसकी आदत डाल लेनी चाहिए क्योंकि प्रदेश की जनता अब गोवंश की हत्या करने वालों को सत्ता में नहीं आने देगी।

