अयोध्या। पहली बार हजारों करोड़ रुपए के घाटे में पहुंचे रेल मंत्रालय की कार्यशैली और नीतियों को मजदूर विरोधी करार देते हुए शुक्रवार को नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन शाखा की ओर से अयोध्या में प्रदर्शन किया गया। रेल कर्मचारियों ने कहा कि केंद्र सरकार की कर्मचारी और मजदूर विरोधी नीति की वजह से जहां हजारों कर्मचारियों की रोजी-रोटी संकट में है वही युवाओं को रोजगार मिलने के अवसर भी कम होते जा रहे हैं।

रेलवे में हजारों पदों की कटौती किए जाने को कर्मचारी विरोधी फैसला बताने वाले यूनियन नेताओं का कहना है कि रेलवे बोर्ड ने बिना यूनियन को संज्ञान में लिए नियम विरूद्ध तरीके से नान सेफ्टी कैटेगरी के 50 प्रतिशत रिक्त पदों को सरण्डर करने का फरमान जारी कर दिया। जिसके परिणाम स्वरूप कर्मचारियों पर बोझ पड़ेगा।

एनआरएमयू के पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार रेलवे को आउटसोर्सिंग के जरिये निजीकरण के रास्ते पर ले जाना है। यूनियन का कहना है कि जाब एनालसिस के बहाने सेफ्टी कैटेगरी के रनिंग स्टाफ की स्वीकृत संख्या को भी कमी कर कार्यरत कर्मचारियों पर कार्य का दबाव डाला जा रहा है। प्रदर्शन की अध्यक्षता महामंत्री अंजुम मुख्तार खान ने की। संचालन हीरालाल शाखा मंत्री ने किया। मण्डल का प्रतिनिधित्व कर रहे कामरेड अश्वनी कुमार तिवारी, उपाध्यक्ष रमाकांत यादव, अम्बिका प्रसाद मौर्य, सौरभ पाण्डेय, राज कुमार गुप्ता, डीके त्रिपाठी, अमित कुमार यादव, प्रवीण पटेल, शिव पूजन, कालीचरन, मदन लाल, आलोक यादव, राजेन्द्र यादव समेत भारी संख्या में कर्मचारी शामिल रहे।