Ayodhya News : पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद से पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ाने का सिलसिला जारी है एक हफ्ते में सातवीं बार पेट्रोल डीजल का दाम बढ़ाकर पेट्रोल कंपनियों ने अब तक ₹4 80 पैसे का भार उपभोक्ताओं पर डाल दिया है । मंगलवार को पेट्रोल की क़ीमत में 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है जबकि डीज़ल की क़ीमत में 70 पैसे की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।

कच्चा तेल के अंतर्राष्ट्रीय बाजार मूल्य के आधार पर पेट्रोल डीजल का मूल्य तय करने वाली कंपनियों ने पिछले 3 महीने तक पेट्रोल डीजल के दाम बिल्कुल नहीं बढ़ाया जबकि इस दौरान पेट्रोल डीजल के कच्चा तेल के मूल्य में भारी उछाल आया। विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद पेट्रोल डीजल कंपनियां लगातार मूल्य बढ़ा रही हैं एक हफ़्ते में ये सातवीं बार पेट्रोल डीज़ल के दाम बढ़े हैं अब तक पेट्रोल-डीज़ल 4.80 रुपये/लीटर मंहगा हो चुका है।
मंगलवार की सुबह 6:00 बजे से लागू नई दरों के अनुसार दिल्ली में पेट्रोल की क़ीमत अब 99.41 से बढ़ कर 100.21 रुपये प्रति लीटर हो गई है,जबकि डीजल की कीमत 90.77 रुपये प्रति लीटर से बढ़कर 91.47 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
मुंबई में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 85 पैसे और 75 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई. अब, यहां लोगों को पेट्रोल के लिए 115.04 प्रति लीटर और डीजल के लिए 99.25 प्रति लीटर का भुगतान करना होगा.
हर राज्य में पेट्रोल-डीज़ल की कीमत में मामूली अंतर होता है क्योंकि इनके दाम तय करने में राज्य और केंद्र सरकार की ओर से वसूले जाने वाले करों की अलग-अलग दरें हैं। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड आयल के दाम बहुत कम हो गए थे। 1 बैरल क्रूड आयल 35 अमेरिकी डॉलर में मिलने लगा था तब राज्य और केंद्र सरकारों ने टैक्स की दर बढ़ाकर पेट्रोल डीजल का दाम कम नहीं होने दिया। एक समय ऐसा भी आया जब 35 से ₹40 प्रति लीटर उत्पादन लागत के बावजूद पेट्रोल-डीजल बाजार में 70 से ₹80 प्रति लीटर बिकता रहा। भारत की पेट्रोल कंपनियां दूसरे देशों को सस्ते दर पर पेट्रोल-डीजल आपूर्ति करती रही लेकिन भारत में मूल्य कम नहीं हो सके।