अयोध्या। मंदिरों की घंटियों और सुमधुर भजन कीर्तन से गुंजायमान रहने वाली अयोध्या हफ्ते भर से बेहद बेचैन है। खास तौर पर अयोध्या में रहने वाली महिलाएं और युवा जो सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं और उस बच्ची के लिए इंसाफ मांग रहे हैं जो पूजा भंडारा कार्यक्रम में टेंट हाउस गर्मी के दरिंदगी का शिकार हुई है। प्रदर्शनकारियों का आक्रोश इतना तीखा है कि वह दरिंदगी करने वालों को सरेआम फांसी देने की मांग कर रहे हैं और इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दखल चाहते हैं।

16 मार्च को अयोध्या कोतवाली क्षेत्र के खाकी अखाड़ा इलाके में 7 साल की मासूम बालिका के साथ दुराचार हुआ है बच्ची का इलाज राजधानी लखनऊ के केजीएमसी ट्रामा सेंटर में हो रहा है। पुलिस ने आरोपित राजन मांझी को 12 घंटे में ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है लेकिन अयोध्या के लोग से संतुष्ट नहीं हैं। रविवार की देर शाम सैकड़ों महिलाओं और बेटियों ने सरयू नदी किनारे नया घाट से लेकर हनुमानगढ़ी तक पैदल मार्च किया है। हाथ में पोस्टर बैनर लेकर वी वांट जस्टिस के नारे लगा रहे युवाओं ने कहा कि दुष्कर्म का आरोपी केवल एक नहीं है। इस जघन्य वारदात में कई और लोग शामिल हैं सभी लोगों को पकड़ा जाना चाहिए और उन्हें चौराहे पर फांसी दी जाए। प्रदर्शन करने की तपस्या द्विवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था के सवाल पर चुनाव जीता है । हम सभी महिलाओं को उन पर बहुत भरोसा है। हमारी आवाज उन तक पहुंचेगी तो इंसाफ जरूर मिलेगा।

मासूम बच्ची को इंसाफ दिलाने के लिए निकले कैंडल मार्च को देखने के लिए मार्ग के आसपास के लोग जमा हो गए थे। इस दौरान रेप करने वाले को फांसी व मासूम को न्याय दो जैसे नारे गूंजते रहे। मौके पर मौजूद रतन लाल गुप्ता, ऋषि पांडेय, मनीष, सूरज, शिवम गुप्ता, सोनू दूबे, राम जी राय आदि बृजेश शर्मा आदि लोगों में घटना को लेकर काफी गुस्सा देखा गया। सभी ने कहा कि मासूम के साथ -साथ रेप की घटना से पूरी अयोध्या बेहद दुखी है। अगर इंसाफ नहीं मिला तो आंदोलन तेज किया जाएगा।
