Ayodhya News : मासूम बच्ची दुष्कर्म मामले में अकेले संघर्ष कर रही अर्चना तिवारी को मिला पूर्व मंत्री का साथ, अयोध्या के साधु संतों ने ओढ़ रखी है चुप्पी

Spread the love

Ayodhya News : धर्म नगरी अयोध्या में 7 वर्षीय बच्ची के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म और हैवानियत के विरोध में प्रदर्शन करने वाली समाज सेविका अर्चना तिवारी अपने पति व दो मासूम बच्चों के साथ शहर के गांधी पार्क में धरने पर बैठी है। उनका यह धरना पीड़ित बच्ची को इंसाफ दिलाने की मांग के साथ ही नगर कोतवाल देवेंद्र सिंह की ओर से किए गए दुर्व्यवहार के विरोध में है । धरने के दूसरे दिन समाजवादी पार्टी ने धरने का समर्थन किया है।

धरने पर बैठी समाज सेविका अर्चना तिवारी से मिलने पहुंचे पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडे पवन @ayodhyasamvad.com

साधु संतों और धर्म आचरण करने वाले लोगों की नगरी अयोध्या में 16 मार्च को भंडारे का प्रसाद लेने पहुंची 7 साल की मासूम बच्ची के साथ गैंगरेप हुआ। पुलिस ने केवल एक आरोपी को पकड़ा है जबकि बच्ची ने अपने बयान में 3 लोगों को दोषी बताया है। पूरा शहर इस मामले में शांत है लेकिन समाजसेवी अर्चना तिवारी ने शहर में न्याय जुलूस निकालकर पुलिस को घेरने की कोशिश की तो नगर कोतवाल देवेंद्र सिंह ने समाज सेविका अर्चना तिवारी के घर जाकर उनके साथ अभद्रता की और उन्हें जेल में डालने की धमकी। इस पूरे मामले में शांतिपूर्ण अनशन का ऐलान करने वाली है अर्चना तिवारी ने सोमवार से गांधी पार्क में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के अपने दो मासूम बच्चों और पति के साथ धरना शुरू कर दिया है। आश्चर्यजनक तरीके से उनके इस आंदोलन को पूरे शहर के लोगों का समर्थन नहीं मिला। लोग अपने घरों में बैठे हुए हैं। इस बीच समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडे पवन मंगलवार को गांधी पार्क में पहुंचे और समाज सेविका अर्चना अर्चना तिवारी के आंदोलन का समर्थन किया।

अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडे पवन ने अर्चना तिवारी के आंदोलन का किया समर्थन @ayodhyasamvad.com

गांधी पार्क पहुंचे सपा नेता व पूर्व राज्य मंत्री पवन पांडे ने कहा कि कुछ दिन पूर्व अयोध्या धाम में 5 साल की मासूम के साथ हैवानियत हुई थी जिसे न्याय दिलाने के लिए समाज सेविका अर्चना तिवारी ने शहर में मार्च निकाला था और इस मार्च को पुलिस प्रशासन को नागवार गुजरा और अर्चना तिवारी के घर पर पुलिस ने छापा मारा और उसके साथ बदतमीजी की।अश्लील शब्दों का इस्तेमाल किया जिसके विरोध में समाजसेवी अर्चना तिवारी अपने परिवार के साथ धरने पर बैठी है। पवन पांडे ने कहा कि दोषी पुलिस कर्मचारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।इसके अलावा अभी तक उस मासूम बच्ची के परिवार को मुआवजा नहीं मिला है और ना ही उसका उचित उपचार हो रहा है।उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को मुआवजा मिलना चाहिए और बच्ची का उचित उपचार होना चाहिए।

अयोध्या के साधु संत देख रहे हैं फिल्म

7 साल की मासूम बच्ची के साथ हुए गैंगरेप मामले में आश्चर्यजनक तरीके से धर्म नगरी अयोध्या के साथ संत भी चुप्पी ओढ़े हुए हैं। साधु-संत इस दौरान दो बार शहर के सिनेमा घर में जाकर द कश्मीर फाइल्स फिल्म देख चुके हैं। कश्मीर में हिंदुओं के साथ हुए अत्याचार अनाचार से साधु संत भी बहुत पीड़ित और कष्ट महसूस कर रहे हैं लेकिन अयोध्या में मासूम बच्ची के साथ हुआ दुष्कर्म उन्हें द्रवित नहीं कर रहा है। शहर भी आश्चर्यजनक तरीके से शांत है। अयोध्या में 1 दिन स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया दूसरे दिन फैजाबाद शहर में प्रदर्शन हुआ लेकिन जिस तरह से नगर कोतवाल का समाज सेविका अर्चना तिवारी को धमकाने का मामला सामने आया है इससे विपक्ष को यह कहने का मौका मिल रहा है कि आंदोलन करने वालों को धमकाया जा रहा है। इंसाफ मांगने से रोका जा रहा है। दिलचस्प यह भी है कि पूरे मामले में भारतीय जनता पार्टी के सांसद लल्लू सिंह और स्थानीय विधायक वेद प्रकाश गुप्ता भी पीड़ित बच्चे को इंसाफ दिलाने की मांग कर चुके हैं लेकिन इस बारे में उनकी गंभीरता दिखाई नहीं दे रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.