Ayodhya News : हिंदू राष्ट्र और गौ रक्षा ऐसे दो मुद्दे हैं जो अयोध्या के साधु संतों को काफी बेचैन करने वाले हैं. केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार गठन में अपनी महत्वपूर्ण योगदान का महत्व मानने वाला अयोध्या का संत समाज इन दोनों मुद्दों पर सरकार की ओर से संवैधानिक प्रक्रिया शुरू नहीं किए जाने को लेकर अधीर हो रहा है. हनुमानगढ़ी के संत विष्णु दास ने हिंदू राष्ट्र और गौरक्षा के मुद्दे पर आत्मोत्सर्ग का ऐलान कर दिया है. उनकी घोषणा के बाद हालांकि जिला प्रशासन ने उन्हें एक बार मना लिया लेकिन अब वह फिर अपनी बात पर अड़ गए हैं और दावा कर रहे हैं कि 14 मई को अयोध्या में आत्मदाह के लिए चिता से जाकर वह 15 मई को अपना बलिदान दे देंगे.

अयोध्या राम की नगरी के संत विष्णु दास हनुमानगढ़ी मन्दिर का ईमलियाबाग हिंदू राष्ट्र घोषित कराने के लिए प्रयास रत है जब कि हवन पूजन यज्ञ भी कर चुके हैं . संत विष्णु दास ने बताया कि संतो एवम प्रशासनिक अधिकारियों के दबाव में अपना फैसला मैंने बदल लिया था लेकिन अब मैं अपने पुरानी वचन पर अडिग हूं. देश को अब तक हिंदू राष्ट्र घोषित कर दिया जाना चाहिए था और गौ रक्षा के लिए कानून बनाकर गौ माता को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दिया जाना चाहिए था. अफसोस की बात है कि केंद्र और प्रदेश दोनों में भाजपा की सरकार है और दोनों ही स्थान पर हिंदूवादी नेता कुर्सी पर बैठे हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रहते हुए अगर देश को हिंदू राष्ट्र घोषित किया गया तो आखिर ऐसा कब होगा. इसलिए मैंने पहले ही घोषणा की है कि 15मई को हनुमान गढ़ी परिसर से बाहर अयोध्या में आत्म दाह करूंगा इस कार्य में हनुमान गढ़ी के संतो से कोई लेना देना नहीं है मेरी मांग है कि भारत हिन्दू राष्ट्र घोषित हो गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाए अयोध्या धाम में मांस मदिरा पुरी तरह से बंद होना चाहिए। यदि प्रशासनिक अधिकारी हमारी मांग को लेकर पूरा कराने के आश्वासन देते हैं तो हम अपने वचन से पीछे हट जाएंगे.

संत विष्णु दास से पहले अयोध्या में जगद्गुरु परमहंसा आचार्य ने भी हिंदू राष्ट्र के मुद्दे पर बलिदान का ऐलान किया था उन्होंने तब जल समाधि लेने के लिए कहा था लेकिन उनका यह दावा पूरा नहीं हो सका. अब संत विष्णु दास की घोषणा ने जिला प्रशासन की परेशानी बढ़ा दी है. देखने वाली बात होगी कि शासन प्रशासन इनकी मांगों पर क्या रूख अपनाएगा .