Ayodhya News : ऐसा आपने पहले सुना नहीं होगा लेकिन यह पूरी तरह सच है कि दिव्यांगों को ठगने और लूटने वाला गिरोह अयोध्या में सक्रिय हैं। गिरोह के लोग गांव-गांव में दिव्यांगों के घर जाकर उनसे आधार कार्ड और बैंक पासबुक की डिटेल मांग कर उन्हें ठगने में जुटे हैं। पीड़ित दिव्यांगों ने शनिवार को विकास भवन पहुंचकर प्रदर्शन किया और जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी को ज्ञापन देकर अपनी परेशानी बताई है।

देश में ऑनलाइन ठगी करने वालों का गिरोह पहले से सक्रिय है । बैंक अकाउंट से धोखाधड़ी करने वाला गिरोह फोन पर जानकारी लेने के बजाय गांव-गांव घर-घर घूम रहा है। गिरोह के निशाने पर सरकारी पेंशन सुविधा पाने वाले दिव्यांग हैं। बैंक पासबुक और आधार कार्ड अपडेट करने के बहाने गिरोह के सदस्य लोगों के बैंक अकाउंट खाली करने में जुटे हैं। दिलचस्प यह भी है कि अयोध्या में बड़े पैमाने पर ठगों के सक्रिय होने का सबूत मिल रहा है लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं है। शनिवार को सैकड़ों दिव्यांगों ने विकास भवन स्थित जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी कार्यालय पहुंचकर ठगों के फर्जीवाड़ा की जानकारी दी है। दिव्यांगों ने प्रदर्शन कर अधिकारियों से अनुरोध किया है कि फर्जीवाड़ा रोकने के लिए अपने स्तर से कार्रवाई करें।

भारतीय विकलांग कल्याण समिति के अध्यक्ष मोहम्मद असलम ने बताया कि कुछ लोग दिव्यांग लोगों के घरों तक पहुंच रहे हैं। खुद को सरकारी अधिकारी बताकर दिव्यांगों से पासबुक और आधार कार्ड की जानकारी मांग रहे हैं। फर्जीवाड़ा करने वाला गिरोह कई लोगों को अपना शिकार भी बना चुका है। उन्होंने बताया कि जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी को मिलकर उन्होंने सारी बात बताई है। जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी ने विभाग के किसी भी अधिकारी कर्मचारी के दिव्यांगों के घर जाने की बात से इनकार किया है और कहा है कि ऐसे किसी भी व्यक्ति को कोई भी डॉक्यूमेंट ना दिया जाए। मोहम्मद असलम ने कहा कि जरूरत इस बात की है कि जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी की ओर से सभी दिव्यांगों को सचेत किया जाए जिससे वह ठगों के जाल में फंसने से बच सकें।

दूसरी और जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी जय नाथ गुप्ता ने भी मीडिया को बताया कि विभाग का कोई भी अधिकारी और कर्मचारी इस तरह का कार्य करने के लिए अधिकृत नहीं है। दिव्यांगों को अपनी जानकारी केवल विकास भवन स्थित कार्यालय में आकर देनी चाहिए और जन सेवा केंद्र पर भी वह अपने डॉक्यूमेंट अपडेट करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि प्रमाण पत्र सत्यापन की कार्रवाई चल रही है लेकिन इसके लिए घर पर पहुंचने वाले किसी भी व्यक्ति को कोई जानकारी साझा न की जाए।