Ayodhya News : अयोध्या सदर तहसील के सामने शुक्रवार को उस समय हंगामे वाली स्थित हो गई जब भारतीय किसान यूनियन के नेता गया प्रसाद सिंह मोबाइल टावर पर चढ़ गए। जान देने की धमकी दे रहे किसान नेता ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मोबाइल टावर से उतरने के बाद भी हम उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह सड़क पर चादर बिछा कर लेट गए और ऐलान किया कि अगर उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह अपनी जान दे देंगे।

अयोध्या जिले के हैदर गढ़ थाना क्षेत्र में रहने वाले भारतीय किसान यूनियन के नेता गया प्रसाद सिंह को पिछले 30 सालों के दौरान पुलिस प्रशासन से इतनी तकलीफ मिली है कि वह अपनी बात भी ठीक ढंग से नहीं बता पाते हैं। शुक्रवार को मोबाइल टावर पर चढ़कर हंगामा करने वाले किसान नेता गया प्रसाद सिंह को जब नीचे उतारा गया और मीडिया ने उनसे बात करने की कोशिश की तो भी उनकी बिगड़ी मानसिक स्थिति का अंदाजा सभी को हो गया। गया प्रसाद सिंह ने बताया कि 30 साल पहले जिले में सूखा पड़ने पर उन्होंने शासन प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया था। प्रदर्शन करने पर उनके खिलाफ पुलिस की ओर से मुकदमा दर्ज किया गया बाद में इस मामले को प्रदेश के राज्यपाल ने जनहित में किया गया आंदोलन बताते हुए गया प्रसाद सिंह से मुकदमा वापस लेने का निर्देश दिया।

किसान नेता ने बताया कि इसके बाद उनकी मानसिक प्रताड़ना का दौर शुरू हुआ पुलिस ने सरकारी अभिलेखों में नाम की हेराफेरी कर राज्यपाल के आदेश का उन्हें लाभ नहीं दिया और उन्हें अपने खिलाफ दर्ज मुकदमे में जमानत लेनी पड़ी। इसके अलावा भी कई अन्य मामले हैं जिस पर पुलिस की ओर से उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। उनके साथ इंसाफ नहीं हो रहा है। ट्रामा की स्थिति से गुजर रहे गया प्रसाद सिंह मीडिया को भी ठीक से अपनी बात नहीं बता पा रहे हैं लेकिन उनकी बात जिले के प्रशासनिक अधिकारी भी शायद ही समझ पा रहे हैं और उन्हें इंसाफ देने की स्थिति में है यही वजह है कि जब मोबाइल टावर से गया प्रसाद सिंह को नीचे उतारा गया तो अधिकारियों से बातचीत करने के बाद वह दोबारा सड़क पर चादर बिछा कर लेट गए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। मीडिया से बातचीत में उन्होंने अपनी पीड़ा बताते हुए यह भी कहा कि अगर उन्हें इंसाफ नहीं मिलेगा तो वह अपनी जान दे देंगे।

बताया जाता है कि कुछ महीने पूर्व किसान नेता अपनी मांग मनवाने के लिए जनपद के ही बीकापुर तहसील में एक बार पेड़ पर चढ़ गया था जिसके बाद तहसील प्रशासन ने उसकी मांग मानी फिर वह पेड़ से उतरा था और आज फिर अपनी मांग मनवाने के लिए सदर तहसील के सामने मोबाइल टावर पर चढ़ गया। काफी अनुनय विनय के बाद जब मोबाइल टावर से उतरा तो पुलिस ने उसे कस्टडी में ले लिया लेकिन कस्टडी से छूटने के बाद ही सदर तहसील के सामने सड़क पर चद्दर बिछा कर लेट गया और कुछ महिला कार्यकर्ता भी उसके समर्थन में उसके पास बैठ गई।किसान नेता गया प्रसाद सिंह तारुन थाना क्षेत्र के कोरो राघवपुर का रहने वाला है और भारतीय किसान यूनियन का सक्रिय कार्यकर्ता है।उसका कहना है कि 1992 में जनपद सूखाग्रस्त घोषित हुआ था जिसके लिए भारतीय किसान यूनियन ने आंदोलन किया था और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था लेकिन f.i.r. में उसका नाम गलत होने कारण पुलिस ने उसको परेशान किया।